महिला रचनाकारों के लिए है |कृपया अपनी मौलिक रचनाएँ अथवा साहित्य की अच्छी रचनाएँ जो आप मित्रों से साझा करना चाहते हैं वे भी भेज सकते है |साहित्य की रचनाएँ आपने जहॉं से ली उसका उल्लेख भी अवश्य करें stswatitiwari@gmail.com
१३नवम्बर ९७ की गुनगुनी सी दोपहर निश्चय ही शुभ थी जब महिलाओं की रचनात्मक उर्जा को एक नईदिशा ,नए आयाम देने के उद्देश्य से इंदौर जैसे महानगर मे अनेकों किटी पार्टियों वाले क्लबों एवं सामाजिक संस्थाओं से अलग एक सृजनात्मक अभिरुचि की संस्था के रूप मे इंदौर लेखिका संघ की नींव रखी .आज लगभग १३साल से यह संस्था निरंतर संचालित होरही है .संघ की उपलब्धियों में सबसे अहम् यह की वे जो केवल लिखने की इच्छा करती थी वे भी इसके बेनर तले आज जम कर लिख रही है .पत्र -पत्रिकाओं मे स्थापित लेखन कर रही है ।
आज जब साहित्य हाशिये पर जा रहा है .इलेक्ट्रोनिक मिडिया के बड़ते प्रभाव मे जब आम आदमी की साहित्य मे रूचि कम होने का खतरा बना हुआ है ऐसे संक्रमण काल मे साहित्य मे रूचि जगाने कही उद्देश्य लेकर चले थे सबके सहयोग ,सगठनं की भावना ही सफलता के मूल मंत्र मेरची बसी है .इस दृष्टी से लेखिका संघ समृध है यही हमारे उद्देश्य की सार्थकता भी है --------------------------स्वाति तिवारी
संस्थापक ,इन्दोर लेखिका संघ
आज जब साहित्य हाशिये पर जा रहा है .इलेक्ट्रोनिक मिडिया के बड़ते प्रभाव मे जब आम आदमी की साहित्य मे रूचि कम होने का खतरा बना हुआ है ऐसे संक्रमण काल मे साहित्य मे रूचि जगाने कही उद्देश्य लेकर चले थे सबके सहयोग ,सगठनं की भावना ही सफलता के मूल मंत्र मेरची बसी है .इस दृष्टी से लेखिका संघ समृध है यही हमारे उद्देश्य की सार्थकता भी है --------------------------स्वाति तिवारी
संस्थापक ,इन्दोर लेखिका संघ
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें